Firozabad News: रोग शोक निवारक हवन के साथ सिद्ध चक्र महामंडल विधान संपन्न
फिरोजाबाद। नगर के चंद्राप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर में निर्विघ्न चल रहे सिद्ध चक्र महामंडल विधान का जैनाचार्य अमित सागर एवं गुरु माँ दिव्यमती एवं पुराणमती के सानिध्य में पूर्ण विधि विधान से सम्पन हुआ।
प्रातः श्रीजी के जिनाभिषेक के पश्चात् प्रतिष्ठाचार्य संजीव जैन शास्त्री ने मन्त्रोंच्चारण के द्वारा इंद्र स्वरुप धारण किये श्रद्धांलुओं ने प्रासुक जल से श्रीजी की शांतिधारा की। शांतिधारा के जल को अपने मस्तक पर लगाकर श्रद्धालुओं ने खुद को कृतघ्न किया। तत्पश्चात विश्व शांति विधान में श्रद्धांलुओं द्वारा श्रीजी की पूजा, अर्चना करते हुए विश्व शांति की कामना की तथा रोग शोक निवारक हवन कर खुद को रोगों से मुक्त करने का आव्हान किया।
जैनाचार्य ने धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत देश आध्यात्म की दौड़ में विश्व के शिखर पर विराजमान रहा है। अनादिकाल से संसार चक्र में भ्रमण करने वाला अष्ट कर्मो की बेड़ी में बंदी आत्मा कर्मो से मुक्त होकर ही सिद्ध अवस्था को प्राप्त करता है। संसार सागर से पार होने के लिए भक्ति ही नौका के समान सबल निमित्त है।
उन्होंने बताया कि इसी विधान के माध्यम से राजकुमारी मैना सुंदरी ने अपने पति राजकुमार श्री पाल के साथ 700 कुष्ट रोगियो का कुष्ट रोग दूर कर सिद्ध भक्ति की महिमा का साक्षात प्रमाण दिया था। रात्रि में संगीतमय सामूहिक महाआरती के पश्चात् साहित्य कलाकारों द्वारा श्रीपाल मैना सुंदरी का भव्य नाट्य मंचन किया गया।
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